कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए एन95 मास्क लगाना ख़तरनाक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने पाबंदी लगाई
जब कोरोनावायरस का संक्रमण देश में फैलना शुरू हुआ तो एन-95 मास्क की कालाबाज़ारी शुरू हो गई थी और इसकी क़ीमत कई गुना बढ़ गई थी. तब दावा किया गया कि एन-95 मास्क कोरोनावायरस के संक्रमण से बचाने में बेहद कारगर है लेकिन चार महीने बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस मास्क पर पाबंदी लगा दी है. अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइज़री जारी कर कहा है कि वाल्व लगे मास्क कोरोना के प्रसार को रोकने में नाकाम हैं और यह कोरोनावायरस को रोकने के लिए उठाए गए क़दमों के ख़िलाफ है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने ट्वीट कर कहा, वाल्व लगे एन-95 मास्क कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में सक्षम नहीं ! छिद्रयुक्त श्वसन यंत्र लगा एन-95 मास्क कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अपनाए गए नियमों के विपरीत है। सभी से आग्रह है कि कपड़े से बने ट्रिपल लेयर मास्क का इस्तेमाल करें और अन्य को इसके प्रति प्रोत्साहित भी करें।
स्वास्थ्य मंत्रालय में डायरेक्टर जनरल राजीव गर्ग ने राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों को लिखे चिट्ठी में कहा है, आपको बताया जाता है कि वाल्व लगा एन-95 मास्क कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने में कारगर नहीं है। क्योंकि ऐसा मास्क वायरस को बाहर आने से नहीं रोकता। अपील है कि सभी संबंधित राज्य एन-95 मास्क के इस्तेमाल को रोकें। बता दें कि चार महीने पहले एन-95 मास्क के लिए देशभर में अफरातफरी मची हुई थी। यही नहीं आमतौर पर 50-100 रूपये में मिलने वाले मास्क की कीमत 300-350 रूपये पर पहुंच गई था। अब स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि ऐसे मास्क की जगह ट्रिपल लेयर और कपड़े से बना होममेड मास्क का इस्तेमाल बेहतर है। इसके लिए मंत्रालय ने अप्रैल में ही एडवाइज़री जारी की थी और घर से बाहर निकलने से पहले ऐसे होममेड मास्क के इस्तेमाल करने की सलाह दी थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय में डायरेक्टर जनरल राजीव गर्ग ने राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों को लिखे चिट्ठी में कहा है, आपको बताया जाता है कि वाल्व लगा एन-95 मास्क कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने में कारगर नहीं है। क्योंकि ऐसा मास्क वायरस को बाहर आने से नहीं रोकता। अपील है कि सभी संबंधित राज्य एन-95 मास्क के इस्तेमाल को रोकें। बता दें कि चार महीने पहले एन-95 मास्क के लिए देशभर में अफरातफरी मची हुई थी। यही नहीं आमतौर पर 50-100 रूपये में मिलने वाले मास्क की कीमत 300-350 रूपये पर पहुंच गई था। अब स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि ऐसे मास्क की जगह ट्रिपल लेयर और कपड़े से बना होममेड मास्क का इस्तेमाल बेहतर है। इसके लिए मंत्रालय ने अप्रैल में ही एडवाइज़री जारी की थी और घर से बाहर निकलने से पहले ऐसे होममेड मास्क के इस्तेमाल करने की सलाह दी थी।
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