सोने की आसमान छूती क़ीमतों के बीच इंपोर्ट में ऐतिहासिक गिरावट

by Abhishek Kaushik 3 years ago Views 2266

Historical decline in imports amid skyrocketing pr
कोरोना महामारी के बीच जब वैश्विक आर्थिक संकट गहराया हुआ है, तब सोने का दाम आसमान पर है. हाल यह है कि देश में सोने का दाम 52 हज़ार 410 रूपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है जबकि 10 दिन पहले 21 जुलाई को यह 49 हज़ार 100 रुपए प्रति 10 ग्राम पर था। दुनिया में भी कमोबेश यही हाल है और सोना 2,000 डॉलर प्रति औंस को छूकर रिकॉर्ड स्तर पर आ गए है। पिछले महीने की तुलना में जुलाई 2020 में रोज़ाना औसतन सोने के दाम में 5.1 फीसदी का उछाल आया है।

इस साल सोने के दाम में इस उथल पुथल के पीछे अमेरिकी डॉलर का कमजोर होना, चीन और अन्य देशों के बीच तनाव, गिरती ब्याज दर, कोरोनावायरस और उसके ख़त्म न होने की आशंका, बढ़ती तरलता वगैरह रही हैं। इनके अलावा सबसे बड़ी वजह ईटीएफ यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फण्ड के निवेश में वृद्धि से कीमतों में इतना उछाल आया है। हालांकि इन सबके बीच सोने की मांग में ग्लोबल स्तर पर पिछले साल के मुक़ाबले 39 फीसदी की गिरावट आई है।


चीन के बाद भारत सोने का दूसरा सबसे बड़ा कंज्यूमर है लेकिन पिछले 5 सालों में इस कीमती धातु के इम्पोर्ट में काफी गिरावट आई है। भारत में सोने का आयात 2015-16 में पहली तिमाही में 31,700 मिलियन डॉलर था जो 2019-20 में घटकर 28,100 मिलियन डॉलर रह गया है। वहीं इस साल के शुरुआती 3 महीनों में इम्पोर्ट कुल 688 मिलियन डॉलर पर रहा जोकि 94 फीसदी की ऐतहासिक गिरावट पर है। हालांकि कीमतें हर दिन अधिक बढ़ रही हैं लेकिन इसकी मांग में काफी गिरावट आई है।

भारतीय बाजार को सितंबर से सोने की मांग में थोड़े सुधार की उम्मीद है क्योंकि त्यौहारों और शादी के मौसम की शुरुआत इसी समय होती है. इसी समय भारत में सोने का इम्पोर्ट भी बढ़ने के आसार हैं लेकिन कोरोना के हालात देखते हुए इस साल सभी समारोहों पर पाबंदियां बनी रहने की आशंका है. मंदी का दौर भी परेशानी बना हुआ है जहां लोग सोना खरीदने से ज्यादा राशन भरने की सोच रहे हैं।

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