असम में इंटरनेट सेवा बंद, पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा- चिंता करने की ज़रूरत नहीं
नागिरकता कानून में संशोधन के ख़िलाफ पूर्वोत्तर के राज्यों में विरोध-प्रदर्शन हिंसक होता जा रहा है। असम में दो रेलवे स्टेशनों को आग के हवाले कर दिया गया। त्रिपुरा में आगजनी और प्रदर्शन उग्र होता देख इंटरनेट सेवा 48 घंटे के लिये बंद कर दी गई है। असम के दस ज़िलों में इंटरनेट सेवाएं बंद है। राज्य को सेना के जवानों से भर दिया गया है। कई लोग हिरासत में लिये गए हैं और लोगों पर पुलिस के लाठीचार्ज की घटनाएं भी सामने आ रही हैं।
इस दौरान देश के प्रधानमंत्री झारखंड विधानसभा चुनाव में वोट जुटाने के लिये झारखंड के धनबाद में एक रैली को संबोधित किया। पीएम मोदी ने पूर्वोत्तर के राज्यों में हो रहे हिंसक विरोधों का ज़िम्मेदार कांग्रेस को ठहराया है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के करीब-करीब सभी राज्य इस कानून के दायरे से बाहर हैं।
हालांकि नागरकिता कानून में संशोधन किया जाने का विरोध पूर्वोत्तर के राज्यों में हिंसक होता जा रहा है। लोकसभा में ये बिल 311 मतों से पास हुआ और राज्यसभा में 125 वोट मिले। अब इस बिल को राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। लेकिन इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने सुप्रीम कोर्ट में इस बिल को चुनौती दी है। उन्होंने हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बीच असम की लोगों को आश्वस्त किया है कि उन्हें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। हालांकि पूर्वोत्तर में कई जगह इंटरनेट सेवाएं बंद हैं लेकिन प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया है कि ‘’मैं पूर्वोत्तर के भाइयों और बहनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सीएबी के पास होने के बाद उन्हें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं- कोई भी आपके अधिकारों, विशिष्ट पहचान और सुंदर संस्कृति को नहीं छीन सकता है। यह फलता-फूलता और विकसित होता रहेगा।’’
हालांकि नागरकिता कानून में संशोधन किया जाने का विरोध पूर्वोत्तर के राज्यों में हिंसक होता जा रहा है। लोकसभा में ये बिल 311 मतों से पास हुआ और राज्यसभा में 125 वोट मिले। अब इस बिल को राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। लेकिन इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने सुप्रीम कोर्ट में इस बिल को चुनौती दी है। उन्होंने हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बीच असम की लोगों को आश्वस्त किया है कि उन्हें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। हालांकि पूर्वोत्तर में कई जगह इंटरनेट सेवाएं बंद हैं लेकिन प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया है कि ‘’मैं पूर्वोत्तर के भाइयों और बहनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सीएबी के पास होने के बाद उन्हें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं- कोई भी आपके अधिकारों, विशिष्ट पहचान और सुंदर संस्कृति को नहीं छीन सकता है। यह फलता-फूलता और विकसित होता रहेगा।’’
नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में असम की ऑल असम स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन, छात्र-छात्राएं समेत आम जनता सड़कों पर हैं।I want to assure my brothers and sisters of Assam that they have nothing to worry after the passing of #CAB.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 12, 2019
I want to assure them- no one can take away your rights, unique identity and beautiful culture. It will continue to flourish and grow.
Latest Videos