लॉकडाउन: कोरोना, कैश और किल्लत
कोरोना लॉकडाउन की वजह से कैश की किल्लत
दुनियाभर में कोरोना महामारी के कारण आर्थिक संकट और बेरोजगरी बढ़ने की आशंका है। इंटरनेश्नल लेबर ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट कहती है कि दुनियाभर में 1.6 बिलियन लोगों की नौकरियों पर ख़तरा मंडरा रहा है।
इसकी बड़ी वजह ये है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सभी देशों ने लॉकडाउन लागू कर रखा है। इस कारण से लगभग सभी देशों में उद्योग और व्यापार ठप्प है। इससे भारत भी अछूता नहीं है।
सरकार के सामने चुनौती ये है कि बेरोजगारी की कगार पर पहुंच चुकी देश की बड़ी आबादी को इससे बचाए कैसे। अर्थशास्त्रियों ने सरकार को सलाह दी है कि लोगों के हाथों में पैसे दिए जाएं। जिससे लोग अपनी भूख मिटा सकें और ज़रूरत के सामानों की खरीदारी कर सकें। हालांकि दुनिया के कई मुल्कों में सरकारें अपने नागरिकों के खाते में पैसे दे रही है। देखिए कोरोना, कैश और किल्लत पर विस्तार से बता रहे हैं गोन्यूज़ के एडिटर-इन-चीफ पंकज पचौरी।
सरकार के सामने चुनौती ये है कि बेरोजगारी की कगार पर पहुंच चुकी देश की बड़ी आबादी को इससे बचाए कैसे। अर्थशास्त्रियों ने सरकार को सलाह दी है कि लोगों के हाथों में पैसे दिए जाएं। जिससे लोग अपनी भूख मिटा सकें और ज़रूरत के सामानों की खरीदारी कर सकें। हालांकि दुनिया के कई मुल्कों में सरकारें अपने नागरिकों के खाते में पैसे दे रही है। देखिए कोरोना, कैश और किल्लत पर विस्तार से बता रहे हैं गोन्यूज़ के एडिटर-इन-चीफ पंकज पचौरी।
Latest Videos