ताजमहल देखने वाले दो लाख सैलानियों ने टिकट कैंसिल किया, टूरिज्म की कमर टूटी
देशभर में हो रहे नागरिकता विरोधी प्रदर्शनों की मार, टूरिज़्म सेक्टर पर पड़ रही है. दिसंबर के दो हफ्तों में , दो लाख से ज़्यादा घरेलू और विदेशी सैलानी , अपनी ताजमहल देखने की यात्रा रद्द कर चुके हैं.
नागरिकता क़ानून विरोधी प्रदर्शनों के सैलाब ने पर्यटन उद्योग को अपनी चपेट में ले लिया है. असम के बाद उत्तर प्रदेश जाने वाले सैलानी भी अपनी यात्रा रद्द कर रहे हैं. ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर में महज़ दो हफ्तों में दो लाख से ज़्यादा घरेलू और विदेशी सैलानियों ने ताजमहल देखने का प्लान रद्द कर दिया.
दुनिया के मशहूर पर्यटन स्थलों में शुमार ताजमहल यूपी के आगरा में है जहां 19 दिसंबर को भड़की हिंसा के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए थे. राज्य सरकार को यहां भी इंटरनेट पर पाबंदी लगाई थी जिसका सीधा असर घरेलू और विदेशी सैलानियों पर पड़ा है. आगरा टूरिज़्म डिवेलपमेंट फाउंडेशन के प्रेज़िडेंट संदीप अरोड़ा ने कहा है कि इंटरनेट बंद करने से आगरा में पर्यटन में 50-60 फ़ीसदी तक कमी आई है. आगरा में पर्यटन से जुड़े संगठनों के मुताबिक पिछले दिसंबर के मुक़ाबले इस बार दिसंबर में सैलानियों की तादाद में 60 फ़ीसदी तक गिरावट आ गई है. अर्थव्यवस्था में जारी सुस्ती के बीच अचानक से यात्राएं रद्द करने से कारोबार लगभग ठप हो गया है. वीडियो देखिये नागरिकता क़ानून विरोधी प्रदर्शनों और हिंसा के मद्देनज़र अमेरिका, ब्रिटेश, रूस, इज़रायल. सिंगापुर, कनाडा और ताइवान ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवेल एडवाइज़री पहले ही जारी कर रखी है. असम टूरिज़्म डिवेलपमेंट कॉरपोरेशन के मुताबिक ट्रैवेल एडवाइज़री और प्रदर्शनों के चलते राज्य में विदेशी सैलानियों की तादाद 90 फ़ीसदी तक घट गई है. नागरिकता क़ानून विरोधी प्रदर्शन के बीच अर्थव्यवस्था पर पड़ रही मार की पूरी तस्वीर अभी आना बाक़ी है.
दुनिया के मशहूर पर्यटन स्थलों में शुमार ताजमहल यूपी के आगरा में है जहां 19 दिसंबर को भड़की हिंसा के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए थे. राज्य सरकार को यहां भी इंटरनेट पर पाबंदी लगाई थी जिसका सीधा असर घरेलू और विदेशी सैलानियों पर पड़ा है. आगरा टूरिज़्म डिवेलपमेंट फाउंडेशन के प्रेज़िडेंट संदीप अरोड़ा ने कहा है कि इंटरनेट बंद करने से आगरा में पर्यटन में 50-60 फ़ीसदी तक कमी आई है. आगरा में पर्यटन से जुड़े संगठनों के मुताबिक पिछले दिसंबर के मुक़ाबले इस बार दिसंबर में सैलानियों की तादाद में 60 फ़ीसदी तक गिरावट आ गई है. अर्थव्यवस्था में जारी सुस्ती के बीच अचानक से यात्राएं रद्द करने से कारोबार लगभग ठप हो गया है. वीडियो देखिये नागरिकता क़ानून विरोधी प्रदर्शनों और हिंसा के मद्देनज़र अमेरिका, ब्रिटेश, रूस, इज़रायल. सिंगापुर, कनाडा और ताइवान ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवेल एडवाइज़री पहले ही जारी कर रखी है. असम टूरिज़्म डिवेलपमेंट कॉरपोरेशन के मुताबिक ट्रैवेल एडवाइज़री और प्रदर्शनों के चलते राज्य में विदेशी सैलानियों की तादाद 90 फ़ीसदी तक घट गई है. नागरिकता क़ानून विरोधी प्रदर्शन के बीच अर्थव्यवस्था पर पड़ रही मार की पूरी तस्वीर अभी आना बाक़ी है.
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