देश में बैलों की संख्या के मुक़ाबले गायों की संख्या तीन गुना अधिक: डेयरी मंत्रालय
एनिमल हस्बैंड्री और डेयरी मंत्रालय के नए आंकड़ों के मुताबिक देश में गायों और बैलों की कुल आबादी 19 करोड़ 24 लाख है. पिछले सात सालों में गायों की संख्या में 18 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है जबकि बैलों की तादाद में 30 फ़ीसदी की गिरावट आई है.
नई गिनती के मुताबिक देश में गायों की संख्या 14 करोड़ 51 लाख है जो 2012 में 12 करोड़ 29 लाख थी. मगर बैलों की संख्या घटकर 4 करोड़ 74 लाख रह गई जो 2012 में 6 करोड़ 79 लाख थी. इस तरह अब एक बैल पर तीन गाय हैं.
गायों की बढ़ती संख्या से हाल ही में आमलोगों की परेशानी बढ़ी है. शहर से लेकर गांव तक गायें सड़कों और खेतों में घूम रही हैं. गांवों में किसानों की फ़सल खा रही हैं तो शहरी इलाक़ों में ट्रैफिक पर असर हो रहा है. आए दिन गायों की वजह से सड़क पर हादसे भी हो रहे हैं. गायों से इतर 2012 में भैंसों की संख्या 10 करोड़ 87 लाख थी जो 2019 में बढ़कर 10 करोड़ 98 लाख हो गई है. इसी दौरान बकरियां 13 करोड़ 51 लाख से बढ़कर 14 करोड़ 88 लाख हो गई. भेड़ों की संख्या 6 करोड़ 5 लाख से बढ़कर 7 करोड़ 42 लाख हो गई है. वीडियो देखिये मंत्रालय ने पशुधन के अलावा मुर्ग़ी पालन के भी आंकड़े जारी किए हैं. इसके मुताबिक 2012 में मुर्गीयों की संख्या 72 करोड़ 92 लाख थी जो 2019 में बढ़कर 85 करोड़ 18 लाख हो गई है.
Also Read:
गायों की बढ़ती संख्या से हाल ही में आमलोगों की परेशानी बढ़ी है. शहर से लेकर गांव तक गायें सड़कों और खेतों में घूम रही हैं. गांवों में किसानों की फ़सल खा रही हैं तो शहरी इलाक़ों में ट्रैफिक पर असर हो रहा है. आए दिन गायों की वजह से सड़क पर हादसे भी हो रहे हैं. गायों से इतर 2012 में भैंसों की संख्या 10 करोड़ 87 लाख थी जो 2019 में बढ़कर 10 करोड़ 98 लाख हो गई है. इसी दौरान बकरियां 13 करोड़ 51 लाख से बढ़कर 14 करोड़ 88 लाख हो गई. भेड़ों की संख्या 6 करोड़ 5 लाख से बढ़कर 7 करोड़ 42 लाख हो गई है. वीडियो देखिये मंत्रालय ने पशुधन के अलावा मुर्ग़ी पालन के भी आंकड़े जारी किए हैं. इसके मुताबिक 2012 में मुर्गीयों की संख्या 72 करोड़ 92 लाख थी जो 2019 में बढ़कर 85 करोड़ 18 लाख हो गई है.
Latest Videos