क्या जांच से घबराकर अमेजॉन ने भारत में 10 बिलियन डॉलर के निवेश का किया ऐलान ?
अमेज़ॉन के सीईओ जेफ बेज़ोस आजकल भारत दौरे पर हैं जहां वो नेताओं, व्यापारियों और दूसरे संगठनों से मिल रहे हैं. अमेज़ॉन के ख़िलाफ़ भारत में प्रतिस्पर्धा आयोग में जांच चल रही है और कंपनी भारत को जोखिमभरा क्षेत्र मानती है. लेकिन जेफ बेज़ोस ने भारत के सामने दस बिलियन डॉलर के निर्यात का वादा किया है.
भारत आते ही अमेज़ॉन के सीईओ जेफ बेज़ोस महात्मा गांधी की समाधि पर सिर झुकाने गए थे जो भारत में हथकर्घा उद्योग लगाने और विदेशी सामानों के बहिष्कार का उपदेश दिया करते थे. अमेज़ॉन की भारतीय कंपनी 14 हज़ार करोड़ रुपए की है. इसकी कुल बिक्री का आंकड़ा 12 हज़ार करोड़ के पार है. प्रतिस्पर्धा आयोग की जांच से घबराए अमेज़ॉन के प्रमुख जेफ बेज़ोस ने भारत से वादा किया है कि वो दस अरब डॉलर यानी सात हज़ार करोड़ रुपए का निर्यात भारत से कर सकते हैं. उनका दावा है कि उनकी ऑनलाइन रीटेल से जुड़े एक लाख बीस हज़ार छोटे सप्लायर्स को इससे फायदा होगा.
अमेज़ॉन का भारत के ऑनलाइन मार्केट में एक तिहाई बाज़ार पर कब्ज़ा है लेकिन कंपनी घाटे में चल रही है. क्योंकि वो भारी डिस्काउंट देती है. इसका कुल घाटा साल 2018 में छह हज़ार तीन सौ करोड़ के करीब था लेकिन कंपनी भारतीय बाज़ार में पकड़ बनाना चाहती है ताकि फ्लिपकार्ट को पीछे छोड़ सके. वीडियो देखिये अमेज़ॉन के दावे को देखें तो इसमें कई पेंच हैं. पहला यह कि अब तक अमेज़ॉन का भारत से निर्यात नहीं के बराबर है. भारत के कुल निर्यात पिछले छह वर्ष से लगातार गिर रहे हैं. अमेज़ॉन की 2018 की रिपोर्ट में भारत से निर्यात का ज़िक्र तक नहीं है. दूसरी बड़ी बात यह है कि अमेज़ॉन भारतीय बाज़ार को जोखिम भरा मानता है. और इसकी सालाना रिपोर्ट में भारत का नाम चीनी बाज़ार से जोड़कर लिया जाता है जहां सरकारी बंदिशों की वजह से अमेज़ॉन अपनी पैठ नहीं बना पाया है. अमेज़ॉन की सालाना रिपोर्ट में सिर्फ नौ बार भारत का ज़िक्र है और यह सात बार जोखिम वाले पन्ने पर ज़िक्र है. जेफ बेज़ोस की इस यात्रा पर सवाल है कि इससे भारत को कुछ हासिल होगा या नेताओं के साथ फोटो खिंचवाने की रस्मे ही पूरी की जाएंगी.
अमेज़ॉन का भारत के ऑनलाइन मार्केट में एक तिहाई बाज़ार पर कब्ज़ा है लेकिन कंपनी घाटे में चल रही है. क्योंकि वो भारी डिस्काउंट देती है. इसका कुल घाटा साल 2018 में छह हज़ार तीन सौ करोड़ के करीब था लेकिन कंपनी भारतीय बाज़ार में पकड़ बनाना चाहती है ताकि फ्लिपकार्ट को पीछे छोड़ सके. वीडियो देखिये अमेज़ॉन के दावे को देखें तो इसमें कई पेंच हैं. पहला यह कि अब तक अमेज़ॉन का भारत से निर्यात नहीं के बराबर है. भारत के कुल निर्यात पिछले छह वर्ष से लगातार गिर रहे हैं. अमेज़ॉन की 2018 की रिपोर्ट में भारत से निर्यात का ज़िक्र तक नहीं है. दूसरी बड़ी बात यह है कि अमेज़ॉन भारतीय बाज़ार को जोखिम भरा मानता है. और इसकी सालाना रिपोर्ट में भारत का नाम चीनी बाज़ार से जोड़कर लिया जाता है जहां सरकारी बंदिशों की वजह से अमेज़ॉन अपनी पैठ नहीं बना पाया है. अमेज़ॉन की सालाना रिपोर्ट में सिर्फ नौ बार भारत का ज़िक्र है और यह सात बार जोखिम वाले पन्ने पर ज़िक्र है. जेफ बेज़ोस की इस यात्रा पर सवाल है कि इससे भारत को कुछ हासिल होगा या नेताओं के साथ फोटो खिंचवाने की रस्मे ही पूरी की जाएंगी.
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