मध्यप्रदेश में बच्चों को अंडा खिलाने पर विरोध, बीजीपी ने कहा ये धर्म के ख़िलाफ़
नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमिटी के इन विज्ञापनों में सिनेमा और क्रिकेट जगत के चोटी के सितारे अंडे की ख़ूबियां बता रहे हैं. आयरन और विटमिन के पोषक तत्वों से भरपूर अंडे तंदरुस्ती और सेहत का राज़ हैं और कुपोषण पर करारी चोट कर सकते हैं.
इन्हीं ख़ूबियों के चलते मध्यप्रदेश सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं को अंडा खिलाने की तैयारी कर रही है लेकिन विपक्षी पार्टी बीजेपी इसका विरोध कर रही है. बीजेपी नेता गोपाल भार्गव के मुताबिक अंडा खाने पर इंसान नरभक्षी हो सकता है.
मध्यप्रदेश की महिला और बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कहा कि कुपोषण से बचाने के लिए डॉक्टर बच्चों और गर्भवती औरतों को अंडा खिलाने के लिए कह रहे हैं तो हम ऐसा क्यों न करें. केंद्र सरकार और वर्ल्ड फूड प्रोग्राम की फूंड एंड न्यूट्रिशन सिक्योरिटी एनालिसिस, इंडिया 2019 की रिपोर्ट मध्यप्रदेश में कुपोषण की भयावहता को दिखाती है. रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में अविकसित और कम वज़न वाले बच्चे सबसे ज़्यादा हैं. इनमें 43.6 फ़ीसदी आदिवासी, 42.5 फ़ीसदी दलित और 38.6 फ़ीसदी पिछड़े समुदायों से आते हैं. वीडियो देखें: पिछले महीने जारी हुई यूनिसेफ़ की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 में देश में पांच साल से कम उम्र के 69 फ़ीसदी यानी 8 लाख 82 बच्चे कुपोषण की भेंट चढ़ गए. पिछले साल दुनिया के किसी देश में कुपोषण से बच्चों की इतनी मौतें नहीं हुईं. मध्यप्रदेश में बीजेपी को लाखों बच्चों की मौत के आंकड़ों को ध्यान में रखकर सोचना चाहिए कि अंडा खिलाने को लेकर उसका विरोध जायज़ है या फिर मूर्खता से भरा हुआ.
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मध्यप्रदेश की महिला और बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कहा कि कुपोषण से बचाने के लिए डॉक्टर बच्चों और गर्भवती औरतों को अंडा खिलाने के लिए कह रहे हैं तो हम ऐसा क्यों न करें. केंद्र सरकार और वर्ल्ड फूड प्रोग्राम की फूंड एंड न्यूट्रिशन सिक्योरिटी एनालिसिस, इंडिया 2019 की रिपोर्ट मध्यप्रदेश में कुपोषण की भयावहता को दिखाती है. रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में अविकसित और कम वज़न वाले बच्चे सबसे ज़्यादा हैं. इनमें 43.6 फ़ीसदी आदिवासी, 42.5 फ़ीसदी दलित और 38.6 फ़ीसदी पिछड़े समुदायों से आते हैं. वीडियो देखें: पिछले महीने जारी हुई यूनिसेफ़ की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 में देश में पांच साल से कम उम्र के 69 फ़ीसदी यानी 8 लाख 82 बच्चे कुपोषण की भेंट चढ़ गए. पिछले साल दुनिया के किसी देश में कुपोषण से बच्चों की इतनी मौतें नहीं हुईं. मध्यप्रदेश में बीजेपी को लाखों बच्चों की मौत के आंकड़ों को ध्यान में रखकर सोचना चाहिए कि अंडा खिलाने को लेकर उसका विरोध जायज़ है या फिर मूर्खता से भरा हुआ.
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