अमेरिका में प्रदर्शनों की आंच व्हाइट हाउस तक पहुंची, 40 शहरों में कर्फ्यू
अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद भड़के नस्लवाद विरोधी प्रदर्शनों की आंच व्हाइट हाऊस तक पहुंच गई. सैकड़ों की तादाद में उग्र प्रदर्शनकारी व्हाइट हाउस के दो ब्लॉक्स में पहुंच गए. इस दौरान व्हाइट हाउस के नज़दीक कई दुकानों, दो बैंकों और रोनाल्ड रीगल प्रेज़िडेंशियल फाउंडेशन में तोड़फोड़ हुई. इसके अलावा दो रेस्तरां में आगज़नी की गई और कई गाड़ियां आग के हवाले कर दी गईं. मौक़े पर तैनात पुलिस, सिक्रेट सर्विस के एजेंट्स और नेशनल गार्ड्स के जवानों की मदद से हालात को क़ाबू किया गया. प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पेपर स्प्रे और टियर गैस का इस्तेमाल हुआ जिसके बाद भीड़ और उग्र हो गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हिंसक माहौल के चलते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को व्हाइट हाउस में बने एक बंकर में ले जाया गया.
मिनियापोलिस में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से प्रदर्शनों का दौर शुरू हुआ था. मगर 25 मई से शुरु हुआ प्रदर्शन आग की तरह अमेरिका के तमाम शहरों में फैल गया और अब तक 40 शहरों को कर्फ्यूग्रस्त घोषित कर दिया गया है. वाॉशिंगटन डीसी समेत 16 राज्यों में 5 हज़ार नेशनल गार्ड्स की तैनाती की गई है और तक़रीबन 2 हज़ार गार्ड्स को तैयार रहने के लिए कहा गया है.
वीडियो देखिए अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने इस आरोप से इनकार किया है कि अमेरिकी पुलिस फोर्स में नस्लवाद की भावना है. उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि अमेरिकी पुलिस में कोई नस्लवाद की भावना है. क़ानून व्यवस्था संभालने में लगे हमारे 99.9 फ़ीसदी अफ़सर महान अमेरिकी हैं. उनमें से कई अफ्रीकन अमेरिकी, हिस्पैनिक और एशियाई मूल के हैं.' इस बीच डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने नस्लवाद विरोधी प्रदर्शनों में डेलवेयर में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि अभी अमेरिका दुख से जूझ रहा है लेकिन इसकी वजह से हमें ख़ुद को बर्बाद नहीं करना है. एक राष्ट्रपति के तौर पर मैं इस बहस की अगुवाई करते हुए मदद करूंगा. इससे भी ज़रूरी बात यह है कि मैं लोगों को सुनूंगा जैसे मैंने आज सुना.
वीडियो देखिए अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने इस आरोप से इनकार किया है कि अमेरिकी पुलिस फोर्स में नस्लवाद की भावना है. उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि अमेरिकी पुलिस में कोई नस्लवाद की भावना है. क़ानून व्यवस्था संभालने में लगे हमारे 99.9 फ़ीसदी अफ़सर महान अमेरिकी हैं. उनमें से कई अफ्रीकन अमेरिकी, हिस्पैनिक और एशियाई मूल के हैं.' इस बीच डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने नस्लवाद विरोधी प्रदर्शनों में डेलवेयर में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि अभी अमेरिका दुख से जूझ रहा है लेकिन इसकी वजह से हमें ख़ुद को बर्बाद नहीं करना है. एक राष्ट्रपति के तौर पर मैं इस बहस की अगुवाई करते हुए मदद करूंगा. इससे भी ज़रूरी बात यह है कि मैं लोगों को सुनूंगा जैसे मैंने आज सुना.
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