रेलवे का दावा- श्रमिक ट्रेनों से अब तक 52 लाख लोगों को उनके राज्य भेजा, खाना-पानी भी दिए
सुप्रीम कोर्ट के सख़्त रवैये के बाद रेल मंत्रालय ने अपनी सफ़ाई में प्रवासी मज़दूरों से जुड़ा ब्यौरा पेश किया है। रेल मंत्रालय के मुताबिक अबतक श्रमिकों के लिए 3,840 ट्रेनें चलाई गई हैं और 52 लाख प्रवासी श्रमिकों को उनके राज्यों तक पहुंचाया गया है। रेल मंत्रालय का दावा है कि पिछले एक हफ्ते में ही 1,524 ट्रेनों से 20 लाख श्रमिकों को उनके गृह राज्य तक पहुंचाया गया।
इनमें 42.2 फीसदी ट्रेनें उत्तर प्रदेश के लिए और 36.5 फीसदी ट्रेनें बिहार के लिए चलाई गई है। इनके अलावा झारखंड के लिए 4.8 फीसदी, ओडिशा के लिए 3.9 फीसदी, मध्य प्रदेश के लिए 3.2 फीसदी और पश्चिम बंगाल के लिए 2.3 फीसदी ट्रेनें चलाई गई हैं। ट्रेन डाइवर्ज़न पर रेलवे मंत्रालय ने सफाई देते हुए कहा कि रूट व्यस्त होने की वजह से ट्रेनों को डायवर्ट किया गया।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि परिचालन में आई समस्याओं की वजह से 71 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया। इनमें बिहार जा रही 51 ट्रेनें, उत्तर प्रदेश की 16, झारखंड की दो, असम की एक और मणिपुर की एक ट्रेन को डायवर्ट किया गया। ये सभी ट्रेनें 20-24 मई के बीच में डायवर्ट की गईं और इन्हें महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और राजस्थान भेजा गया था। रेलवे के मुताबिक सिर्फ चार ट्रेनों ने 72 घंटे से ज़्यादा का समय लिया और बाकि ट्रेनें चार दिनों से कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंची। विनोद कुमार के मुताबिक सभी व्यवस्था सुचारू रूप से काम कर रही है और श्रमिक ट्रेनों में प्रवासी मज़दूरों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि आईआरसीटीसी और रेलवे डिवीज़न ने सभी ट्रेनों में 85 लाख खाने के पैकेट्स और 1.25 करोड़ पानी का बोतल दिया है। बता दें कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सफर करने के दौरान 9 लोगों की मौत हुई है। रेलवे के मुताबिक़ वे सभी बीमार थे और दूसरे शहरों से इलाज़ कराकर घर लौट रहे थे। हालांकि रेलवे द्वारा जारी गाइडलाइन में कहा गया था कि जांच-पड़ताल के बाद स्वस्थ लोगों को ही ट्रेन में यात्रा की अनुमति दी जाएगी। वहीं 25 मई को मुज़फ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर एक महिला की मौत हो गई थी। महिला के बच्चे का वो वीडियो काफी वायरल हुआ जिसमें वो अपनी मां के कफन को आंचल समझकर खेलता नज़र आ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महिला की भूख से मौत हुई और श्रमिक स्पेशल ट्रेन से अहमदाबाद से यात्रा कर मुज़फ्फरपुर लौटी थी।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि परिचालन में आई समस्याओं की वजह से 71 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया। इनमें बिहार जा रही 51 ट्रेनें, उत्तर प्रदेश की 16, झारखंड की दो, असम की एक और मणिपुर की एक ट्रेन को डायवर्ट किया गया। ये सभी ट्रेनें 20-24 मई के बीच में डायवर्ट की गईं और इन्हें महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और राजस्थान भेजा गया था। रेलवे के मुताबिक सिर्फ चार ट्रेनों ने 72 घंटे से ज़्यादा का समय लिया और बाकि ट्रेनें चार दिनों से कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंची। विनोद कुमार के मुताबिक सभी व्यवस्था सुचारू रूप से काम कर रही है और श्रमिक ट्रेनों में प्रवासी मज़दूरों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि आईआरसीटीसी और रेलवे डिवीज़न ने सभी ट्रेनों में 85 लाख खाने के पैकेट्स और 1.25 करोड़ पानी का बोतल दिया है। बता दें कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सफर करने के दौरान 9 लोगों की मौत हुई है। रेलवे के मुताबिक़ वे सभी बीमार थे और दूसरे शहरों से इलाज़ कराकर घर लौट रहे थे। हालांकि रेलवे द्वारा जारी गाइडलाइन में कहा गया था कि जांच-पड़ताल के बाद स्वस्थ लोगों को ही ट्रेन में यात्रा की अनुमति दी जाएगी। वहीं 25 मई को मुज़फ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर एक महिला की मौत हो गई थी। महिला के बच्चे का वो वीडियो काफी वायरल हुआ जिसमें वो अपनी मां के कफन को आंचल समझकर खेलता नज़र आ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महिला की भूख से मौत हुई और श्रमिक स्पेशल ट्रेन से अहमदाबाद से यात्रा कर मुज़फ्फरपुर लौटी थी।
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