आंध्रप्रदेश: पुलिस स्टेशन में दलित युवक का सिर मुंडवाया, पुलिसवाले सस्पेंड
पुलिस हिरासत में दलित नौजवान के साथ ज़ुल्म और ज़्यादती के मामले में आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी बैकफुट पर आ गई है. यह वारदात ईस्ट गोदावरी ज़िले के सीतानगरम पुलिस थाने में हुई जहां पुलिसवालों ने वारा प्रसाद नाम के एक दलित का सिर मुंडवाया, उसकी मूंछें काट दीं और जमकर पिटाई की. इस वारदात पर हंगामा बढ़ा तो एक सब इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया जबकि एससी-एसटी एक्ट में एफ़आईआर दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी गई है.
पीड़ित वारा प्रसाद के मुताबिक रविवार को उनके मुहल्ले में एक मौत हो गई थी और अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही थीं. तभी वहां से बालू से लदा ट्रक गुज़र रहा था जिसे अंतिम क्रिया होने के चलते रोका गया. तभी वहां पूर्व सरपंच कृष्ण मूर्ति अपनी कार से पहुंचा और बहस झगड़े में तब्दील हो गई.
प्रसाद के मुताबिक मामला रफ़ा-दफ़ा हो गया था लेकिन अगले दिन एक सब इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल जांच के नाम पर उन्हें थाने ले गए. इस दौरान सब इंस्पेक्टर ने उन्हें बेल्ट से मारा और पैरों से रौंदा. इसके बाद एक नाई को बुलवाकर प्रसाद का सिर मुंडवाया गया और उसकी मूंछें कटवा दी गईं. इस मामले में हंगामा बढ़ा तो आरोपी सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया. इलूरू रेंज के डीआईजी केवी मोहन राव ने कहा कि आरोपी पुलिसवालों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी ताकि दोबारा इस तरह की वारदात ना हो. डीजीपी गौतम सावांग ने भी इस वारदात की निंदा की है. इस मामले में कांग्रेस, सीपीआई, टीडीपी जैसे विपक्षी दल जगन मोहन रेड्डी सरकार के ख़िलाफ़ हमलावर हो गए हैं. पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू ने ट्वीट किया कि आंध्र प्रदेश में जंगलराज की वापसी हो गई है. वारा प्रसाद का सिर मुंडवाने वाले वाईएसआर कांग्रेस से जुड़े हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि दलित युवक ने अवैध बालू खनन के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई थी. पुलिसवाले भ्रष्ट सत्ताधारी पार्टी के हाथ का खिलौना बन गए हैं. यह अधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मामला है.
प्रसाद के मुताबिक मामला रफ़ा-दफ़ा हो गया था लेकिन अगले दिन एक सब इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल जांच के नाम पर उन्हें थाने ले गए. इस दौरान सब इंस्पेक्टर ने उन्हें बेल्ट से मारा और पैरों से रौंदा. इसके बाद एक नाई को बुलवाकर प्रसाद का सिर मुंडवाया गया और उसकी मूंछें कटवा दी गईं. इस मामले में हंगामा बढ़ा तो आरोपी सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया. इलूरू रेंज के डीआईजी केवी मोहन राव ने कहा कि आरोपी पुलिसवालों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी ताकि दोबारा इस तरह की वारदात ना हो. डीजीपी गौतम सावांग ने भी इस वारदात की निंदा की है. इस मामले में कांग्रेस, सीपीआई, टीडीपी जैसे विपक्षी दल जगन मोहन रेड्डी सरकार के ख़िलाफ़ हमलावर हो गए हैं. पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू ने ट्वीट किया कि आंध्र प्रदेश में जंगलराज की वापसी हो गई है. वारा प्रसाद का सिर मुंडवाने वाले वाईएसआर कांग्रेस से जुड़े हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि दलित युवक ने अवैध बालू खनन के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई थी. पुलिसवाले भ्रष्ट सत्ताधारी पार्टी के हाथ का खिलौना बन गए हैं. यह अधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मामला है.
Jungle Raj has returned to AP. Vara Prasad's head was tonsured by leaders belonging to YCP in East Godavari District's Seethanagaram Police Station. All this happened in the presence of policemen who heckled and beat the man to pulp, destroying the self-esteem of a Dalit man(1/3) pic.twitter.com/kAr8lLoxRl
— N Chandrababu Naidu #StayHomeSaveLives (@ncbn) July 21, 2020
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