नागरिकता संशोधन बिल के ख़िलाफ़ आईपीएस अफ़सर ने दिया इस्तीफ़ा

by Shahnawaz Malik 4 years ago Views 1431

IPS officer resigns against citizenship amendment
महाराष्ट्र में तैनात रहे एक वरिष्ठ आईपीएस अफ़सर अब्दुर्रहमान ने नागरिकता संशोधन विधेयक के ख़िलाफ़ अपना विरोध दर्ज कराते हुए अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया. उन्होंने ट्वीटर पर लिखा, ‘नागरिकता संशोधन बिल संविधान की मूल भावना के ख़िलाफ़ है. मैं इस बिल की निंदा करता हूं. सिविल नाफ़रमानी के तहत मैंने फ़ैसला किया है कि मैं कल से दफ़्तर नहीं जाउंगा. मैं अपने पद से इस्तीफ़ा दे रहा हूं.’

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘यह बिल भारत की धार्मिक विविधता के ख़िलाफ़ है. मैं सभी इंसाफ़पसंद नागरिकों से अपील करता हूं कि वे लोकतांत्रिक तरीक़े से इस बिल का विरोध करें. यह बिल संविधान के मूल ढांचे के ख़िलाफ़ है.’


आईपीएस अफ़सर अब्दुर्रहमान फिलहाल महाराष्ट्र राज्य मानवाधिकार आयोग में बतौर पुलिस महानिरीक्षक तैनात थे और धर्म के आधार पर नागरिकता देने वाले इस विवादित बिल के ख़िलाफ़ लगातार बोल रहे हैं.

उन्होंने अपने इस्तीफ़े के साथ राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव को लिखी चिट्ठी भी ट्वीट की है. चिट्ठी में लिखा है कि इसी साल अगस्त में स्वैच्छिक रिटायरमेंट के लिए उन्होंने आवेदन किया था जिसे 25 अक्टूबर को रद्द कर दिया गया है. अब इस मामले की सुनवाई सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेशन ट्रिब्यूनल में चल रही है. मगर लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी बिल पास होने के बाद उन्होंने दफ़्तर नहीं जाने का ऐलान कर दिया है.

गोवा में तैनात एक मुस्लिम महिला आईपीएस अधिकारी असलम ख़ान ने भी ट्वीट कर हमारे समाज के पाखंड को उजागर किया है. उन्होंने लिखा, ‘मेरी पैदाइश एक मुस्लिम परिवार में हुई (मैंने चुना नहीं) लेकिन शादी मैंने अपनी मर्ज़ी से एक हिंदू से की. मगर लोगों को यह तथ्य पसंद नहीं आया कि मैंने अपना नाम या उपनाम शादी के बाद नहीं बदला. और हम बात करते हैं समानता की.

असलम ख़ान ने यह भी लिखा कि उनके दादा भारतीय सेना में कार्यरत थे. उनके अंकल भारत-पाकिस्तान की जंग में शहीद हुए हैं लेकिन किसको परवाह है.

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