जयपुर के इस रेलवे स्टेशन की कमान महिलाओं के हाथ
जयपुर का गांधी नगर रेलवे स्टेशन राजस्थान का पहला ऑल -वुमन रेलवे स्टेशन बन गया है, जिसकी कमान पूरी तरह महिलाओं के हाथ में हैं।
टिकट काउंटर पर महिलाएं, टिकट चैकिंग के लिए प्लेटफॉर्म पर महिलाएं, रेलवे अधीक्षक से लेकर कुली तक सिर्फ और सिर्फ महिलाएं। रेलवे स्टेशन पर चारों तरफ सिर्फ महिला कर्मचारियों के हाथ में स्टेशन की बागडोर का ये नजारा जयपुर के गांधी नगर रेलवे स्टेशन का है, जो राज्य का पहला ऑल वुमन रेलवे स्टेशन बन गया है। महिलाएं यहां शिफ्टों के हिसाब से काम करती हैं। यहां महिलाकर्मियों के लिए नाइट ड्यूटी ऑफ होने पर घर जाने के लिए गाड़ी का इंतजाम है और रहने के लिए क्वार्टर दिए गए हैं।
बता दे कि यहां जैसलमेर दिल्ली एक्सप्रेस, जयपुर हिसार, जयपुर दिल्ली कैन्ट स्पेशल, जयपुर मथुरा एक्सप्रेस, जयपुर चंडीगढ़ एक्सप्रेस, मरुधर एक्सप्रेस, अजमेर आगरा इंटरसिटी ,जयपुर अलवर, अजमेर जम्मू एक्सप्रेस, उदयपुर खजुराहो, के साथ करीब 50 से ज्यादा ट्रेने यहां से होकर गुजरती हैं। यहां काम करने वाली महिलाओं का कहना है कि ये एक यादगार अनुभव गया हैं। पुरुषों के साथ काम करने का अलग अनुभव होता है। लेकिन जब पूरी जिम्मेदारी सिर्फ महिलाओं के कंधो पर हो तो उसकी बात अलग होती है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने अपने ट्वीटर हैंडल पर इस स्टेशन की वीडियो शेयर करते हुए लिका था कि 40 से ज्यादा महिला कर्मचारी यहां काम करती है। जो पुरुषों से अधिक कारगर ढंग से अपनी जिम्मेदारी निभाती हैं। जाहिर हैं रेलवे स्टेशन पर रोज हजारों की तदाद में यात्री आते - जाते हैं। गांधी नगर का ये स्टेशन कोचिंग और शिक्षण संस्थाओं के बीच हैं, जिसमें महिलाओं और छात्राओं की संख्या ज्यादा हैं और ऐसे में महिला कर्मचारियों के हाथ में जिम्मेदारी से यहां आने वाली महिला यात्री अपने आपको काफी सुरक्षित महसूस करती हैं। महिला यात्रियों का कहना है कि ये काफी अच्छी पहल है देश के हर स्टेशन पर ऐसा होना चाहिए। वीडियो देखिये अगर कुछ करने का इरादा महिलाएं ठान ले तो उनके लिए कुछ भी ना मुमकिन नहीं हैं। मन में जज्बा हो तो महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं। जयपुर के गांधी नगर स्टेशन की सारी महिलाएं मिसाल हैं, जिन्हों एक नई इबारत की शुरुआत करते हुए साबित कर दिया कि हम किसी से कम नहीं।
टिकट काउंटर पर महिलाएं, टिकट चैकिंग के लिए प्लेटफॉर्म पर महिलाएं, रेलवे अधीक्षक से लेकर कुली तक सिर्फ और सिर्फ महिलाएं। रेलवे स्टेशन पर चारों तरफ सिर्फ महिला कर्मचारियों के हाथ में स्टेशन की बागडोर का ये नजारा जयपुर के गांधी नगर रेलवे स्टेशन का है, जो राज्य का पहला ऑल वुमन रेलवे स्टेशन बन गया है। महिलाएं यहां शिफ्टों के हिसाब से काम करती हैं। यहां महिलाकर्मियों के लिए नाइट ड्यूटी ऑफ होने पर घर जाने के लिए गाड़ी का इंतजाम है और रहने के लिए क्वार्टर दिए गए हैं।
बता दे कि यहां जैसलमेर दिल्ली एक्सप्रेस, जयपुर हिसार, जयपुर दिल्ली कैन्ट स्पेशल, जयपुर मथुरा एक्सप्रेस, जयपुर चंडीगढ़ एक्सप्रेस, मरुधर एक्सप्रेस, अजमेर आगरा इंटरसिटी ,जयपुर अलवर, अजमेर जम्मू एक्सप्रेस, उदयपुर खजुराहो, के साथ करीब 50 से ज्यादा ट्रेने यहां से होकर गुजरती हैं। यहां काम करने वाली महिलाओं का कहना है कि ये एक यादगार अनुभव गया हैं। पुरुषों के साथ काम करने का अलग अनुभव होता है। लेकिन जब पूरी जिम्मेदारी सिर्फ महिलाओं के कंधो पर हो तो उसकी बात अलग होती है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने अपने ट्वीटर हैंडल पर इस स्टेशन की वीडियो शेयर करते हुए लिका था कि 40 से ज्यादा महिला कर्मचारी यहां काम करती है। जो पुरुषों से अधिक कारगर ढंग से अपनी जिम्मेदारी निभाती हैं। जाहिर हैं रेलवे स्टेशन पर रोज हजारों की तदाद में यात्री आते - जाते हैं। गांधी नगर का ये स्टेशन कोचिंग और शिक्षण संस्थाओं के बीच हैं, जिसमें महिलाओं और छात्राओं की संख्या ज्यादा हैं और ऐसे में महिला कर्मचारियों के हाथ में जिम्मेदारी से यहां आने वाली महिला यात्री अपने आपको काफी सुरक्षित महसूस करती हैं। महिला यात्रियों का कहना है कि ये काफी अच्छी पहल है देश के हर स्टेशन पर ऐसा होना चाहिए। वीडियो देखिये अगर कुछ करने का इरादा महिलाएं ठान ले तो उनके लिए कुछ भी ना मुमकिन नहीं हैं। मन में जज्बा हो तो महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं। जयपुर के गांधी नगर स्टेशन की सारी महिलाएं मिसाल हैं, जिन्हों एक नई इबारत की शुरुआत करते हुए साबित कर दिया कि हम किसी से कम नहीं।
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